आपकी प्रमुख रचनाएँ निम्नलिखित हैं - विश्व साहित्य की रूपरेखा, साहित्य और कला, खून के छींटे, इतिहास के पन्नों पर, कोलकाता से पीकिंग, फीचर, कुछ एकांकी, इतिहास साक्षी है, दूंठा आम, सागर की लहरों पर, विश्व को एशिया की देन, मन्दिर और भवन, इण्डिया इन कालिदास।
भगवतशरण उपाध्याय की भाषा शैली
भगवतशरण उपाध्याय जी हिन्दी जगत के मूर्धन्य लेखक थे उनका हिन्दी साहित्य में गौरवपूर्ण स्थान है।
प्रश्न -- डॉ भगवतशरण उपाध्याय कौन थे?
उत्तर -- डॉ भगवतशरण उपाध्याय शिक्षाविद् तथा हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार थे।
प्रश्न -- डॉ.
भगवतशरण उपाध्याय का जन्म कब हुआ था?
उत्तर -- भगवतशरण उपाध्याय का जन्म 1910 में हुआ था।
प्रश्न -- भगवतशरण उपाध्याय का जन्म कहाँ हुआ था?
उत्तर -- भगवतशरण उपाध्याय का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के उजियारीपुर नामक ग्राम में हुआ था।
प्रश्न -- डॉ भगवतशरण उपाध्याय के माता पिता का नाम?
उत्तर -- डॉ भगवतशरण उपाध्याय के पिता का नाम पंडित रघुनंदन उपाध्याय और माता का नाम महादेवी था।
प्रश्न -- भगवतशरण उपाध्याय की रचना?
उत्तर -- भगवतशरण उपाध्याय की कुछ रचनाएँ - साहित्य और कला, विश्व साहित्य की रूपरेखा, खून के छींटे इतिहास के पन्ने पर, कोलकाता से पीकिंग, कुछ फीचर, कुछ एकांकी आदि।
प्रश्न -- डॉ.
भगवतशरण उपाध्याय का मृत्यु कब हुआ था?
उत्तर -- डॉ. भगवतशरण उपाध्याय का मृत्यु 12 अगस्त, 1982 में हुआ था।
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यहा पर इस लेख में हमने डॉ.
भगवतशरण उपाध्याय की जीवनी को बिल्कुल अच्छे से समझा। जोकि, बोर्ड के परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिये काफी महत्वपुर्ण है, क्योकी भगवतशरण उपाध्याय का जीवन परिचय कक्षा 10 और 12 के परीक्षा में पुछा जा सकता है, ऐसे में बेहतर है की, आप इनकी जीवनी को अच्छे से पढ़ कर समझ ले ताकी आपको इससे परीक्षा में मदद मिल सके। इसी के साथ हम आशा करते है की, आपको यह लेख जरुर पसंद आया होगा और हमे उमीद है की इस आर्टिकल की सहायता से आपको bhagwat sharan upadhyay ka jivan parichay बिल्कुल अच्छे से समझ आ गया होगा। अगर आपके मन मे इस लेख से सम्बंधित कोई प्रश्न है तो, आप हमे नीचे कमेंट करके पुछ सकते है। साथ ही इस bhagwat sharan upadhyay ki jivani को आप अपने सहपाठी एवं मित्रों के शेयर जरुर करे।
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